आइये डीआरआईटी कोर्स के बारे में जाने

Updated Post: 19 Aug 2024

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 आइये डीआरआईटी कोर्स  के बारे में जाने

दो साल के DRIT कार्यक्रम के दौरान, छात्र रेडियोलॉजी और इमेजिंग केंद्रों में पाए जाने वाले उपकरणों की एक श्रृंखला का कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करेंगे, जैसे कि उन्नत मशीनरी, जो चिकित्सा और रेडियोलॉजी सेटिंग्स में रुचि रखते हैं। पाठ का अधिकांश भाग आपको विभिन्न परिस्थितियों और उपकरणों को नेविगेट करने के तरीके को समझने में निर्देश देने और सहायता करने के लिए समर्पित है।

दिल्ली में DRIT पाठ्यक्रम में अभी नामांकन करें और तुरंत अवसर का लाभ उठाएँ।

पात्रता(Eligiblity)

उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCB (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) के साथ 12वीं पास होना चाहिए

DRIT पाठ्यक्रम में आप जो प्रमुख कौशल और अवधारणाएँ सीखेंगे(Key skills and concepts you will learn in the DRIT course)

1. डायग्नोस्टिक रेडियोलॉजी तकनीक: सटीक निदान के लिए उन्नत इमेजिंग उपकरण और विधियों के उपयोग में महारत हासिल करें।

2. रेडियोग्राफिक पोजिशनिंग: स्पष्ट, उच्च-गुणवत्ता वाली छवियाँ प्राप्त करने के लिए उचित रोगी पोजिशनिंग तकनीक सीखें।

3. छवि व्याख्या: रोगी के आकलन में सहायता के लिए नैदानिक ​​छवियों का विश्लेषण और व्याख्या करने में कौशल विकसित करें।

4. विकिरण सुरक्षा: रोगियों और कर्मचारियों के लिए विकिरण जोखिम को कम करने, सुरक्षा और अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए प्रोटोकॉल को समझें।

5. चिकित्सा शब्दावली: चिकित्सा पेशेवरों के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करने के लिए रेडियोलॉजी और स्वास्थ्य सेवा में उपयोग की जाने वाली शब्दावली में दक्षता हासिल करें।

6. रोगी देखभाल और संचार: इमेजिंग प्रक्रियाओं के दौरान आराम और स्पष्ट स्पष्टीकरण प्रदान करते हुए रोगियों के साथ बातचीत करने की अपनी क्षमता को बढ़ाएँ।

7. उपकरण रखरखाव: इष्टतम प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए रेडियोग्राफिक उपकरणों को संचालित करना, रखरखाव करना और समस्या निवारण करना सीखें।

8. कानूनी और नैतिक मानक: रेडियोलॉजी अभ्यास में कानूनी और नैतिक विचारों को समझें, जिसमें रोगी की गोपनीयता और सूचित सहमति शामिल है।

नौकरी के अवसर(Job Opportunities)

रेडियोलॉजिक इमेजिंग टेक्नोलॉजी (DRIT) में डिप्लोमा मेडिकल इमेजिंग और रेडियोलॉजी के क्षेत्र में कई आशाजनक करियर पथों की ओर ले जा सकता है। यहाँ कुछ नौकरी के विकल्प दिए गए हैं जिन पर आप विचार कर सकते हैं

1. रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजिस्ट

2. सीटी/एमआरआई टेक्नोलॉजिस्ट

3. अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन (सोनोग्राफर)

4. रेडिएशन थेरेपिस्ट

5. रेडियोलॉजी असिस्टेंट

6. मेडिकल इमेजिंग सेल्स स्पेशलिस्ट

7. रेडियोलॉजी एजुकेटर

8. मेडिकल इमेजिंग क्वालिटी कंट्रोल टेक्नीशियन

9. हेल्थकेयर एडमिनिस्ट्रेशन

10. रिसर्च एंड डेवलपमेंट

अभी नामांकन करें(Enrol now)

दिल्ली में DRIT प्रोग्राम में नामांकन करने से हेल्थकेयर इंडस्ट्री में एक संतुष्टिदायक पेशा मिल सकता है। इस इंडस्ट्री में प्रवेश करने के इच्छुक छात्रों के लिए यह सबसे लाभदायक करियर विकल्पों में से एक माना जाता है। पैरामेडिकल पेशेवरों की बढ़ती ज़रूरत इस क्षेत्र की निरंतर वृद्धि का प्रत्यक्ष परिणाम है। दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ DRIT कॉलेज में शामिल हों और एक महत्वपूर्ण पैरामेडिकल हेल्थकेयर पेशेवर बनें जो चिकित्सा सुविधाओं में रोगियों का निदान और उपचार करता है। इसके अलावा, हम CRIT पाठ्यक्रमBRIT पाठ्यक्रम और MRIT पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। गणेश पैरामेडिकल कॉलेज में अभी साइन अप करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

DRIT कोर्स क्या है?

DRIT का मतलब है डिप्लोमा इन रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी। यह कोर्स आपको रेडियोलॉजिकल लैब तकनीकों की विस्तृत समझ प्रदान करने और छात्र को कई नौकरी के अवसर प्रदान करने में मदद करेगा।

DRIT कोर्स पूरा करने के बाद कैरियर के क्या अवसर हैं?

इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप रेडियोलॉजिकल लैब असिस्टेंट, रिसर्च एनालिस्ट, रेडियोलॉजिकल नर्स, रेडियोलॉजी में पीएचडी मेडिकल ऑफिसर आदि बन सकते हैं

इस कोर्स को पूरा करने के बाद आपको कितनी औसत सैलरी मिल सकती है?

पद और रैंक के आधार पर औसत सैलरी 2.5- 6 लाख रुपये के बीच होती है।

इस कोर्स के लिए पूछताछ कैसे करें?

आप हमसे PH नंबर-011-47444444 कॉल सेंटर नंबर-011-47333333, मोबाइल नंबर-9810183948 पर संपर्क कर सकते हैं।

क्या पैरामेडिकल कोर्स के लिए NEET की आवश्यकता होती है?

नहीं, पैरामेडिकल कोर्स के लिए NEET की आवश्यकता नहीं है। हालाँकि, कुछ कॉलेजों में छात्रों के लिए विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा हो सकती है।

क्या पैरामेडिकल कोर्स के लिए कोई प्रवेश परीक्षा है?

कुछ पैरामेडिकल कोर्स में प्रवेश प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है। इसमें JIPMER, NEET-UG, MHT CET आदि शामिल हैं।

पैरामेडिकल कोर्स कितने साल का होता है?

सर्टिफिकेट कोर्स 1-2 साल का होता है जबकि डिग्री कोर्स 1-4 साल का होता है।